मै कर के मोहब्बत को भुलाना भुल जाता हूँ
ज़रूरी काम है लेकिन रोज़ाना भुल जाता हूँ मुझे तुम से मोहब्बत है बताना भुल जाता हूँ !तेरी गलियो मे फिरना इतना अच्छा लगता है मै रास्ता याद रखता हूँ ठिकाना भुल जाता हूँ !!बस इतनी बात पर मै लोगो को अच्छा नही लगता मै नेकी कर तो देता हूँ जताना भुल जाता हूँ!
शरारत ले के आंखो मे वो तेरा देखना तौबा मै तेरी नज़रो पे जमी नज़रे झुकाना भुल जाता हूँ!!
मोहब्बत कब हुई कैसे हुई सब याद है मुझको मै कर के मोहब्बत को भुलाना भुल जाता हूँ!!!
शरारत ले के आंखो मे वो तेरा देखना तौबा मै तेरी नज़रो पे जमी नज़रे झुकाना भुल जाता हूँ!!
मोहब्बत कब हुई कैसे हुई सब याद है मुझको मै कर के मोहब्बत को भुलाना भुल जाता हूँ!!!
Category: Sad Shayari
This is very nice - are you the author?
Yes i am the author of this blog.
Thanks for comment :)
Great and simply lovely
kyo payar kr ke bhul jaate hai log,bhich maihphil me akshar chhor jaate hai log.
na nibhana tha saath jab umar bhr ka.kyo daga deke dusro ko bewafa kah jate hai log.